चिनाब ब्रिज: भारत के विकास की नई इबारत

भारत में विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल का हाल ही में निर्माण हुआ है, जिसे चिनाब ब्रिज कहा जाता है। यह पुल जम्मू- कश्मीर के चिनाब नदी पर स्थित है। यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है।
चिनाब ब्रिज: भारत की नई पहचान
दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल “चिनाब ब्रिज“, उधमपुर-श्रीनगर-बरमूला रेल प्रोजेक्ट का हिस्सा है। यह प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी और बरसो से वंचित इलाकों को रेल से जोड़ने का काम कर रहा है। जो व्यापार और टूरिस्ट को बढ़ाएगा।
यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है क्योंकि यह प्रोजेक्ट देश को विकास की ओर ले जा रहा है। यह पुल पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका है और एक नया रिकॉर्ड भी बना चुका है।

विशेषताएं
- ऊंचाई (नदी से ब्रिज तक की) : लगभग 359 मीटर
- लंबाई: 1,315 मीटर
- ब्लास्ट प्रूफ
- भूकंप का अलर्ट सेंसर
- 260 कि/मी प्रति घंटा रफ्तार झेलने की ताकत।

क्यों करना पड़ा 20 साल का इंतजार
कठिन रास्ते
“कश्मीर की चेनाब नदी, जो गहराई में हजारों मीटर नीचे बहती है, वहां तक पहुंचना आसान नहीं था —
- रास्ते की सुविधा के कारण
अनियंत्रित मौसम
- अचानक तेज हवाएं चलना
- नबर्फबारी होना
- भूकंप की स्थिति होना।
आतंक
इस इलाके में शुरू से ही आतंकवादी हमलों का डर रहता, जिसकी वजह से मजदूर और इंजीनियर ज्यादा समय नहीं काम कर पाते थे।
डिजाइन और तकनीक
चिनाब ब्रिज (आर्च ब्रिज तकनीक) से तैयार हुआ है, जिसमें समय लगा, इस पुल की उम्र 120 साल की बताई गई है।
सरकारों का बदलना
इस ब्रिज का उद्घाटन सन् 1983 में हो चुका था, फिर इन कारणों से रुका कार्य।
- हर 5 वर्षों में सरकारें एवं नितियों में बदलाव।
- स्वीकृति रुक जाना।
- अगली कार्य अनुमति में देरी।
2004 से 2008 कार्य लगातार चला, जिसके बाद ब्रिज का काम बिलकुल रुक गया।
चिनाब पुल के उद्घाटन के बाद कुछ समय में रेल दौड़ने लगेगी, जिससे लोगो का आना जाना बढ़ेगा, देश की सरकार को पर्यटकों के सुरक्षा के साधन बढ़ाने चाहिए, आतंकवाद के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ।
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