बिहार चुनाव 2025 : नीतीश बनाम तेजस्वी
|

बिहार चुनाव 2025 : नीतीश बनाम तेजस्वी

बिहार चुनाव 2025 : नीतीश बनाम तेजस्वी

बिहार चुनाव 2025 की अटकले तेज हो रही है,एक तरफ एनडीए की अगुवाई करने वाले सात बार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है और दूसरी तरफ राजद प्रमुख तेजस्वी यादव जो इंडिया गठबंधन को मजबूत करने में लगे हैं।

देखना यह होगा की जनता किस पर करती है भरोसा। क्या बीजेपी नीतीश कुमार के साथ रहेगी या करेगी नया खेल।


तेजस्वी यादव का दाव

इस बार बिहार चुनाव में तेजस्वी यादव युवाओं के दम पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं वह युवाओं को हक दिलाने का भरोसा दिला रहे है।

सरकार को विफल बताते हुए नीतीश पर तेजस्वी का करारा प्रहार।

  • नौकरी व रोज़गार पर
  • स्वास्थ्य की बदहाली पर
  • बेलगाम अपराध पर
  • शिक्षा की बदहाली पर
  • विशेष राज्य का दर्जा पर
  • व्यापारियों की सुरक्षा पर
  • उद्योग धंधे ना होने पर
  • नए निवेश की कमी पर
  • पलायन पर
  • गरीबी पर

जानिए भाजपा की NDA सरकार को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री अखिलेश यह कहा


नीतीश कुमार का अनुभव

नीतीश कुमार को राजनीति का लंबा अनुभव है “उन्होंने अपनी जनसभाओं में बिहार को अराजकता हीन कर विकास की पटरी पर लाने का भरोसा दिलाया।

उन्होंने कहा की “हमने बिहार को बिजली, रोड और कानून व्यवस्था जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं दी है और वादा है आगे भी सुधार करेंगे”।

हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य, रोजगार और गरीबी पर चुप्पी सादी जिस पर युवा नाराज़ हुए।


बीजेपी की बिहार चुनाव 2025 में भूमिका

बीजेपी इस बात पर अभी तक निर्णय नहीं किया है कि “अकेले दम पर लड़ेंगे या गठबन्धन के साथ।

बिहार चुनाव 2025 : अगर बीजेपी अपने दम पर चुनाव लड़ती है तो स्थिति काफी रोचक हो जाएगी और यह चलेगा फैक्टर:

1. मोदी करेगा प्रभावित

  • बीजेपी का सबसे बड़ा प्रभाव पीएम मोदी की लोकप्रियता है।
  • केंद्र की जनकल्याणकारी योजना
  • लोगों में बदलाव की लहर।

2. क्षेत्रीय दलों का साथ

  • अकेले चुनाव लड़ने में दिक्कत होगी, क्षेत्रीय पार्टियों का सहारा लेना पड़ सकता है।
  • लोकसभा में चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) ने NDA गठबन्धन में 5 सांसदों के साथ बिहार की सबसे 3 बड़ी पार्टी है।
  • हो सकता है कि लोजपा, HAM जैसे दलों के साथ भाजपा अपनी किस्मत आजमा सकती है।

3. नीतीश का वोट ध्रुवीकरण

  • बीजेपी अगर अकेले चुनाव लड़ेगी तो नीतीश की जेडीयू अलग होगी।
  • लेकिन बीजेपी पुराने NDA गठबन्धन के नाम पर वोट मांगेगी।
  • नीतीश का वोट बैंक खिसक सकता है।

4. हर बूथ मजबूत

  • बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है, इनके कार्यकर्ता गांव गांव में फैले हुए है।
  • बूथ समीकरण को एक्टिव कर बिहार का गेम पलट सकते है।

5. राष्ट्रवाद

  • बीजेपी राष्ट के समीप अपना मुद्दा चलाएगी।
  • राष्ट विरोधी ताकतों पर कड़ा हमला बोलते हुए समीकरण बदल सकती है।

Similar Posts

2 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *