बिहार में जातीय समीकरण 2025

बिहार की राजनीति हमेशा से जातीय समीकरण पर टिकी है। पिछले विधानसभा चुनाव में जिन जातियों ने सत्ता की सीढ़ियां दी अब वे नया समीकरण बना रही है। 2025 में हर पार्टी को एक जाति के बड़े तबके की तलाश है चाहे हो नीतीश की जेडीयू हो, तेजस्वी की राजद, भाजपा हो या चिराग की लोजपा हो।
आज हम जानते है कौनसी जाती किस दल के साथ जा रही है और क्या बैठ रहे है सत्ता के समीकरण।
जाति विशेष समीकरण जानने के लिए यहां पढ़े
प्रमुख जाति और प्रभाव
यादव (यादव) 14% के आस पास
- शुरुआत से राजद का पारंपरिक वोट बैंक
- तेजस्वी यादव का जमीनी स्तर पर जुड़ाव
- इंडिया गठबंधन के साथ चुनावी ताल के कयास
कुर्मी (Kurmi) 3-4 % के आस पास
- नीतीश का संभावित वोट बैंक
- 2020 में जेडीयू को अच्छे मार्फत से वोट मिले
- बिहार चुनाव 2025 में उलझन
- मोदी लहर से कुछ फायदा बीजेपी को भी
पासवान (दलित SC) 6-7% लगभग
- चिराग की लोजपा को उम्मीद और मुख्य आधार
- NDA से नाराज़गी लेकिन मोदी से नजदीकी
- एकतरफा वोटिंग की पूरी संभावना
जानिए चिराग होंगे किंगमेकर या अगले CM चेहरे
मुस्लिम लगभग 16%
- बीजेपी विरोधी तबका
- इंडिया गठबन्धन में राजद+कांग्रेस को सीधा फायदा होगा
- AIMIM की भी फिक्स इलाकाई वोट
जानिए मुस्लिम समुदाय RJD के साथ या AIMIM के साथ?
स्वर्ण जाति (जैसे ब्रह्मन, राजपूत, भूमिहार) 15-16%
- राष्ट्रप्रेमी विचारधारा, सीधे तौर पर बीजेपी के साथ
- 2025 में भी बीजेपी और मोदी फैक्टर की और संभावना
2020 बनाम 2025 जातीय समीकरण संभावना
जाति | 2020 में किसके साथ | 2025 में संभावना |
यादव | राजद | राजद/INDIA |
कुर्मी | जेडीयू | जेडीयू (उलझन में) |
दलित | लोजपा +NDA | लोजपा, कुछ NDA |
मुस्लिम | राजद+कांग्रेस+अन्य | इंडिया गठबंधन |
स्वर्ण | बीजेपी | बीजेपी |
- नीतीश हो सकता है NDA छोड़ कर INDIA गठबंधन में मिले, जिससे कुर्मी का वोट कही और खिसक सकता है।
- चिराग पासवान स्वतंत्र लड़ते हैं तो NDA को भारी नुकसान
- मुस्लिम तबका एक बार फिर राजद और कांग्रेस के साथ खड़ा।
- स्वर्ण को अभी भी बीजेपी पर भरोसा और बीजेपी का मुख्य आधार
क्या चिराग पासवान फिर बदलेंगे बिहार की सियासी गणित?
NDA बनाम इंडिया गठबंधन
- NDA को स्वर्ण, ओबीसी का आधा % और प्रभावित महिला वोट का फायदा।
- इंडिया में युवा वर्ग में बढ़त, यादव, मुस्लिम, अति पिछड़ा का साथ
- चिराग की लोजपा कुछ सीटों पर समझौता कर सकती है।
बिहार चुनाव में फिर एक बार जातीय समीकरण से 2025 की सत्ता तय होगी। गठबंधन, चेहरे और रणनीतियाँ सब बदल चुकी हैं, लेकिन जातीय आधार आज भी निर्णायक है। NDA और INDIA दोनों के लिए यह एक जातीय युद्ध है, जहां हर वोट बैंक की भूमिका अहम होगी।
3 Comments