कांग्रेस RJD दरार

जैसे-जैसे बिहार चुनाव नजदीक आ रहे हैं, INDIA गठबंधन कांग्रेस RJD दरार पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच मतभेद गहराते दिख रहे हैं।
यह विवाद जल्दी नहीं सुलझे, तो गठबंधन को बड़ा नुकसान हो सकता है।
सीटों की तीखी तकरार
बिहार चुनाव 2020 में कांग्रेसी और RJD ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था।
जिसमें कांग्रेस को 70 सीट मिली थी जिसमें 19 सीटों पर ही जीते।
इस पर दोनों पार्टियों के असामंजस्य हो रहा है और दोनों दलों में उलझन फैली हुई है।

चेहरे का मतभेद
- बिहार में आरजेडी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का दावेदार बनाना चाहती है, जिस पर कांग्रेस चुप है।
INDIA गंठबंधन के नेता बैठकर निर्णय करना चाहते है जिसका RJD इनकार कर रही है, और RJD द्वारा लगभग सीएम चेहरे के रूप में तेजस्वी को मान चुके है।
- कांग्रेस RJD दरार का सिलसिला जारी है, जिसपर जनता में यह उलझन और भ्रम है कि इसबार INDIA गठबंधन का नेतृत्व कर्ता कौन होगा और अगुवाई कौन करेगा।
NDA मजबूत स्थिति
कांग्रेस और RJD के बीच की खींचतान के बीच NDA यानी बीजेपी और जेडीयू पूरे दमखम से तैयारी में जुटी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के बड़े नेताओं ने चुनावी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।
NDA के पास विकास कार्य, योजना, जातीय समीकरण और महिला वोट को साधने का लंबा अनुभव है।
लेकिन सबसे बड़ी ताकत अब भी नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता है, जो 2025 में भी NDA के लिए फायदा हो सकती है।
NDA बनाम INDIA कौन किस पर भारी?
एकता नहीं तो पराजय
अगर कांग्रेस RJD दराद समय रहते नहीं सुलझाते,
तो मुस्लिम-यादव-दलित वोट बैंक भी बंट सकता है।
इससे INDIA गठबंधन कमजोर हो सकता है और NDA को सीधा फायदा मिलेगा।
समाधान:
- जल्द सीट बंटवारे पर सहमति बने
- नेतृत्व को लेकर स्पष्ट घोषणा हो
- साझा प्रचार रणनीति तैयार की जाए
वरना 2025 का चुनाव NDA के लिए आसान और INDIA गठबंधन के लिए मुश्किल हो सकता है।
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